जैन सिद्धांतों को जानें और समझे

जैन धर्म के अद्भुत रहस्य 

जैन धर्म के अनुसार प्रत्येक जीव अरिहंत बन सकता है यानि कि वह स्वयं भगवान बन सकता है.

जैन धर्म को सरलता से कैसे ग्रहण करें

जैन धर्म के अनुसार आत्म कल्याण करने के लिए साधू ही होना आवश्यक नहीं है, श्रावक भी अपना आत्म कल्याण कर सकता है.

नवकार महामंत्र के साथ जीवन

हर जैनी जन्म के साथ नवकार महामंत्र का उच्चारण करता है और अपने अंत समय में भी नवकार महामंत्र का उच्चारण करता है.

सरलता से आत्म कल्याण
राग और द्वेष को छोड़कर हर व्यक्ति सरलता से अपना आत्म कल्याण कर सकता है.

श्रावक अपना जीवन कैसे जिए
श्रावक मनुष्य जन्म की महत्व को जानकर धर्म से जुड़े और पुण्य के प्रभाव से अपना सांसारिक जीवन सरलता से जिए.

मंत्र साधना

मंत्र साधना द्वारा अपनी सोई हुई शक्तियों को जगा कर जीवन आसानी से जिया जा सकता है.

धर्म सूत्रों का शुद्ध उच्चारण
धर्म सूत्रों का शुद्ध उच्चारण मन के भावों को ऊंचा लाता है, इससे उन सूत्रों का प्रभाव स्वयं पर स्पष्ट दिखने लगता है.

स्तोत्र रहस्य
स्तोत्र विशिष्ट अक्षरों और शब्दों के संयोजन हैं. सामान्य व्यक्ति की समझ से परे हैं.

अक्षर ज्ञान

अक्षर ज्ञान प्राकृत भाषा की विशिष्टता है. इसमें अ, आ, इ, उ, ए, आदि स्वर शब्द के पीछे आ सकते हैं जो अन्य भाषा में नहीं आते.

अरिहंत की प्रतिमा द्वारा पुण्य की प्राप्ति
अरिहंत की प्रतिमा अरिहंत का ही प्रतिरूप है, भक्ति से प्रभाव अनुभव किया जा सकता है.

महापूजन
महापूजन विशिष्ट प्रकार की धर्म क्रिया है जिसमें तंत्र और मंत्र का प्रयोग एक साथ होता है.

जैन यंत्र

जैन यंत्र आध्यात्म से जुड़े हैं. आध्यात्मिक शक्तियों को स्थान विशेष पर स्थित करने के लिए इनका प्रयोग होता है

नमस्ते ! जय जिनेन्द्र !

महावीर मेरा पंथ jainmantras.com द्वारा स्थापित एक धार्मिक आंदोलन है. यहाँ आपको जैन मंत्र, ध्यान, साधना, सूत्र, स्तुति की जानकारी प्राप्त होगी. महावीर मेरा पंथ में आत्म कल्याण की बात विशेष है. भगवान महावीर द्वारा स्थापित सिद्धांतों को जानें और उसका पालन करने की ओर अग्रसर होवे |